कानपुर में पेंशनरों ने निकाला कैंडिल मार्च, 8वें वेतन आयोग पर जताया विरोध
जी0 के0 खरे
कानपुर नगर।
केंद्रीय आठवें वेतन आयोग के गठन और 'टर्म्स एंड रेफरेंस' में बदलाव के विरोध में शुक्रवार को सेवा निवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन के नेतृत्व में पेंशनरों ने कैंडिल मार्च निकाला।
पेंशनर्स का आरोप है कि हाल ही में लागू वित्त संशोधन अधिनियम–2025 के माध्यम से सरकार नियमों में ऐसे बदलाव कर रही है, जिससे 1 जनवरी 2026 से मिलने वाले वेतन आयोग के लाभ पेंशनरों को न दिए जाने की आशंका बन रही है।
जिला कलेक्ट्रेट प्रांगण में एकत्र पेंशनरों ने सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष कमल अग्रवाल ने चेतावनी दी कि यदि पेंशनरों को आठवें वेतनमान के लाभों से वंचित किया गया, तो प्रदेशभर का राज्य कर्मचारी पेंशनरों के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगा।
प्रांतीय उपाध्यक्ष उमेश सिंह ने कहा कि पेंशनर अब जागरूक हैं और अधिकारों की लड़ाई एकजुट होकर लड़ेंगे।
एसोसिएशन के अध्यक्ष बी.एल. गुलाबिया तथा संयोजक बी.एन. पाल के नेतृत्व में पेंशनरों ने पार्क से कलेक्ट्रेट तक कैंडिल मार्च निकाला। बी.एन. पाल ने कहा कि पेंशनर्स अब पीछे हटने वाले नहीं हैं और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष के लिए तैयार हैं।
मार्च में प्रमुख रूप से बी.एल. गुलाबिया, बी.एन. पाल, बेचे लाल कुशवाहा, रविन्द्र कुमार मधुर, आर.पी. श्रीवास्तव (एडवोकेट), चंदहास सिंह चौहान (एडवोकेट), उमेश सिंह, कमल अग्रवाल, विजय कुमार श्रीवास्तव, दुर्गा प्रसाद अनुरागी, दीपा सोनकर, रामरानी कटियार, स्नेहलता लाल, सुशील कुमार श्रीवास्तव, श्रीमती प्रमिला, अशोक कुमार सोनकर आदि उपस्थित रहे।


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