जयंती पर याद किए गए मेवाड़ के शासक राणा सांगा
अजय कुमार गुप्ता
सुमेरपुर हमीरपुर। कस्बे में वर्णिता संस्था के तत्तावधान में एक बेमिसाल मेवाड शासक राणा सांगा की जयन्ती मनाई गई। संस्था के अध्यक्ष डॉ.भवानीदीन ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि राणा सांगा एक महान योद्धा एवं शक्तिशाली शासक भी थे।
इनका जन्म 12 अप्रैल 1482 को राणा रायमल के घर चित्तौड़ में हुआ था। इनके तीन भाई और थे। इन्होंने लगभग 100 युद्ध लडे थे। दिल्ली, गुजरात और मालवा के मुगल शासकों से अपने राज्य की रक्षा की थी। खानवा और बयाना के युद्ध में राणा ने अपना परचम लहराया। 1509 से 1528 तक चित्तौड़ में शासन किया। खानवा युद्ध में राणा के 80 घाव हो गये थे। एक हाथ,एक आंख और एक पैर खो चुके थे। फिर भी बाबर को हराया था। इन्हें घायलावस्था में चित्तौड़ में इनके लोगों ने जहर देकर मार दिया था। इस तरह से इनका लगभग दशकों का महत्वपूर्ण जीवन रहा। कार्यक्रम में सिद्धा,अशोक अवस्थी,प्रेम, सागर,प्रिन्स,महावीर प्रजापति, महावीर,संतोष,विकास, आशुतोष,पंकज सिंह,दस्सी और अजय आदि शामिल रहे।
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