जुलूस ए गरीब नवाज़ में प्रेम का संदेश, तिरंगा लहराकर हिंदुस्तान ज़िंदाबाद के जगह-जगह लगे नारे।
आसिफ कुरैशी
कानपुर 07 जनवरी खानकाहे हुसैनी के ज़ेरे एहतिमाम काज़ी ए शहर की सरपरस्ती में खानकाहे हुसैनी से कानपुर शहर मे सद्भाव एकता शांति व भाईचारा का पैगाम पूरे सूबे में आम करने वाले परम्परागत मरकज़ी जुलूस ए गरीब नवाज़ मे हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, मुल्क-सूबे में अमन रहने सभी धर्मों में एकता कायम रहने के नारे के साथ निकाला गया।
काज़ी ए शहर मौलाना मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही ने सफेद कपूत उड़ाकर अमन कायम रहने सभी धर्मों में भाईचारा को मज़बूत करने का पैगाम देते हुए जुलूस ए गरीब नवाज़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जुलूस मे सबसे आगे परचमे गरीब नवाज़ व राष्ट्रीय ध्वज ख्वाजा के दीवाने लहराते हुए व ख्वाजा का हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस मे भाई-भाई, अमन भाईचारा ज़िंदाबाद, हिंदुस्तान ज़िंदाबाद के नारों की गूँज के साथ जुलूस खानकाहे हुसैनी से कर्नलगंज लकड़मण्डी, यतीमखाना, दादामियाँ चौराहा, दलेल पुरवा, इफ्तिखाराबाद, बाँसमंडी चौराहा, तिकुनियां पुरवा चौराहा, हलीम कालेज चौराहा, मोहम्मदी अली पार्क, गुलाब घोसी मस्जिद, रुपम चौराहा, रहमानी मार्केट, मोहम्मदी मस्जिद, तिकुनियां पार्क, नीली पोश रोड, बजरिया मैदान, चूड़ी मोहाल, कारी साहब का पार्क होते हुए लालइमली चौराहा जीआईसी मैदान पहुंचा जुलूस के रास्तों मे तंज़ीमों ने कैम्प लगाकर जुलूस का फूल की पंखुड़ियों, फूल मालाओं से इस्तकबाल किया कैम्पों मे व जुलूस मे सभी मज़हबों के लोग शामिल हुये व जुलूस के रास्तों पर चाय-काफी व लंगर वितरण किया जा रहा था। जुलूस मे इस्लामिक परचमों के साथ नात-मनकबत पढ़ते लोग चल रहे थे। जुलूस मे खानकाहे हुसैनी के खादिम जुलूस की व्यवस्था में लगे थे। शहर के सम्मानित नागरिकगण जुलूस मे साथ साथ चल रहे थे।
जुलूस आपने परम्परागत मार्गों से होता हुआ जीआईसी मैदान मे पहुंचा नमाज़ अदा करने के बाद दुआ हुई जिसमें अल्लाह से पैगंबर ए इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स०अ०व०), मौला अली, गरीब नवाज़ के सदके व ख्वाजा के सालाना उर्स की बरकत से मुल्क सूबे व शहर मे अमनों अमान, खुशहाली तरक्की देने, पूरी दुनियां मे दहशतगर्दी फैलाने वालों को तबाह करने, दहशतगर्दी का खात्मा करने की दुआ की गयी जिसमें हज़ारों हाथ उठे सभी ने आमीन आमीन आमीन कहा। जुलूस में कानपुर पुलिस कमिशनरेट के उच्च अधिकारी भी व्यवस्था में लगे थे जिसमें एसीपी कर्नलगंज, एसीपी सीसामऊ, एसीपी अनवरगंज की सराहनीय भूमिका रही। जुलूस के बाद बानी जुलूस ए गरीब नवाज़ इखलाक अहमद चिश्ती व खादिम खानकाहे हुसैनी अफ़ज़ाल अहमद ने पुलिस कमिश्नरेट व खासतौर पर कर्नलगंज एसीपी, थाना प्रभारी व चुन्नीगंज चौकी इंचार्ज का शुक्रिया अदा किया।
जुलूस गरीब नवाज़ में शहर काज़ी मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही, नायब शहर काज़ी कारी सगीर आलम हबीबी, इखलाक अहमद चिश्ती, हरप्रकाश अग्निहोत्री, विधायक नसीम सोलंकी, कारी तय्यब अली, महबूब आलम खान, इस्लाम खान आज़ाद, सरदार जसप्रीत सिंह, सैय्यद अतहर कादरी, राजेश मिश्रा, पादरी मिथलेश सोलोमन, मौलाना गुलाम मुस्तफा, सैय्यद फ़ज़ल महमूद, हाफ़िज़ कफील खान, सूफी हारुन चिश्ती, मुनीर अहमद दानिश, शफाअत हुसैनी, अनवार खान, रज़ा खान, को ईमुबीन अज़हरी, अदनान खान, फाज़िल चिश्ती, इस्लाम चिश्ती, नूर आलम, जलील खान, मोहम्मद मुर्तजा, इरफान अशरफी, हाफ़िज़ शरीफ उवैशी, सूफी मोइनुद्दीन चिश्ती, मोहम्मद रफीक, एजाज़ रशीद, अयाज़ चिश्ती, इशरत अली, मोहम्मद नौशाद, जरताब ज़ाका, अमान चिश्ती, हाफिज़ मुशीर, हाफ़िज़ मोहम्मद ज़ाहिर, आपका बब्लू खान, तौफीक रेनू, मोहम्मद वसीम, इरफान बरकाती, हाफिज़ हसीब अहमद, इदरीस खान, परवेज़ आलम वारसी, मोहम्मद शाहिद, जमालुद्दीन, मोहम्मद वसीक, परवेज़ सिद्दीकी, अबरार वारसी, मोहम्मद हफीज़, शमशुद्दीन, सलमान खान, मोहम्मद जावेद, सैय्यद तलहा, सैफ चिश्तिया, अबूज़र जैदी, रिज़वान वारसी, मोहम्मद बारी, शोएब चिश्ती, हाजी मोहम्मद मुनव्वर, मोहम्मद असलम, गुफरान मजीद, अजमत अली चिश्ती, हबीब आलम, सलाउद्दीन, शाह मोहम्मद, मोहम्मद वसीम, ज़ियाउद्दीन, एहसान खान, शारिक वारसी, मोहम्मद निहाल, शाकिब अब्बास, अशरफ अंसारी, मोहम्मद रईस, मोहम्मद अनीस, शाहफैज़ नूरी, माबूद खान, नाज़िम, सलामुद्दीन फारुकी, मुर्शीद खान आदि सैकड़ो लोग थे।
Comments
Post a Comment