अधिवक्ताओं की हड़ताल 15 वें दिन भी जारी

                    अजय कुमार गुप्ता / हमीरपुर                     

हमीरपुर, डिस्ट्रिक्ट बार एसोसियेशन हमीरपुर व प्रोग्रेसिव व प्रैक्टीसिंग डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन हमीरपुर द्वारा वर्तमान में परिवार न्यायालय हमीरपुर में नियुक्त पीठासीन अधिकारी कुमारी आराधनारानी के विरुद्ध अधिवक्ताओं द्वारा की गयी हड़ताल आज 15 वें दिन भी जारी रही। अधिवक्तागण 20 फरवरी 2024 से न्यायिक कार्यों से विरत रहते हुए आन्दोलन करते चले आ रहे हैं। इसके बाद 01 मार्च 2024 को उच्च न्यायालय इलाहाबाद के जनपद हमीरपुर के प्रशासनिक न्यायाधीश से समय लेकर उपरोक्त तथ्यों से अवगत कराया गया तो उनके द्वारा वार्तालाप के दौरान कई बार यह कहा गया कि उक्त न्यायालय का कार्य वहिष्कार कीजिए। लेकिन उनके द्वारा उक्त पीठासीन अधिकारी से किसी प्रकार के पंत्राचार अथवा दिशा निर्देश दिये जाने के सन्दर्भ में कोई आश्वासन नहीं दिया गया तथा माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति द्वारा पीठासीन अधिकारी की जो शिकायतें अधिवक्ताओं के प्रत्ति बतायी गयी, वह सरासर झूठ और मनगढन्त हैं, उनके द्वारा बताया गया कि पीठासीन अधिकारी ने अधिवक्तागण के विरुद्ध अश्लील हरकते करने का आरोप लगाया है, जो बिल्कुल बेबुनियाद व निन्दनीय है। उक्त पीठासीन अधिकारी द्वारा विगत एक माह के अन्दर लगभग तीन सौ से अधिक मुकदमे बगैर सुनवाई का अवसर दिये खारिज कर दिये गये हैं, जबकि उक्त वादकारीगण न्यायालय के बाहर पुकार पर उपस्थित थे।


उक्त पीठासीन अधिकारी के उक्त कृत्य व न्यायालय की गरिमा बनाये रहने हेतु अधिवक्तागण चिन्तनीय व भयभीत हैं। प्रशासनिक न्यायमूर्ति द्वारा कोई आश्वासन न मिलने व ठोस कार्यवाही न करने के कारण अधिवक्तागणों द्वारा दिनांक 04/03/2024 से क्रमिक अनशन प्रारम्भ कर दिया गया है और उक्त क्रमिक अनशन के दौरान आज अधिवक्तागणों द्वारा सामूहिक रूप से प्रभात फेरी निकाली गयी, जिसमें जजी परिसर से बस स्टैण्ड पहुंचने पर सांकेतिक सड़क जाम की गयी तथा कलेक्ट्रेट होते हुए तहसील परिसर से वापस आकर पुनः धुरना स्थल पर क्रमिक अनशन जारी रखा। क्रमिक अनशन में आज राजेन्द्रवीर सिंह चौहान, हरीशंकर, मिथलेश शुक्ला, शैलेन्द्र सचान, सुधीर नगायच बैठे तथा फूल सिंह कुशवाहा, देवेन्द्र शुक्ला, देवीप्रसाद शुक्ला, मनीराम वर्मा, रामदत्त पाठक, वीरेन्द्र यादव, राधेश्याम यादव, महेश प्रसाद गुप्ता, धर्मेन्द्रदत्त बाजपेयी, ज्ञानप्रकाश गुप्ता, खलील अहमद बलराम शंखवार आदि लोगों ने सम्बोधित किया। उक्त अनशन में आज उपरोक्त अधिवक्तागण के अतिरिक्त अरूण निगम, अजय पाण्डेय, प्रदीप द्विवेदी, शानमोहम्मद, सुरेश सिंह गौर, महिपाल प्रजापति, रामकिशोर प्रजापति, शैलेष चौरसिया, तुलसीदास प्रजापति, प्रशान्त सिंह चन्देल, जगत मिश्र, गौतम वर्मा, राघवेन्द्र शरण त्रिपाठी, सन्दीप चन्देल, अश्विनी प्रजापति आदि तमाम अधिवक्तागण उपस्थित रहे। सभी अधिवक्ताओं ने धरना मंच के माध्यम से एक साथ संकल्प लिया कि यदि हमारी मांगे पूरी नहीं होती हैं तो आगामी प्रस्तावित लोक अदालत का सम्पूर्ण वहिष्कार किया जायेगा। पीठासीन अधिकारी की अशोभनीय भाषा व अति निन्दनीय अमर्यादित कार्यशैली से वादीकारी भी प्रभावित है और वह भी अधिवक्तागण के समर्थन में पीठासीन अधिकारी के न्यायालय में जाने से कतरा रहे हैं।

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