कस्बे में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ निकला बारावफात का जुलूस

                                ।राजा अवस्थी                                

जहानाबाद/ फतेहपुर... आज कस्बा जहानाबाद में ईद- उल- मिलादुन्नबी (बारावफात) का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया मुस्लिम समाज के लोगों ने जुलूस निकालकर भाईचारे का पैगाम दिया हजरत मोहम्मद साहब की पैदाइश किस दिन हुई और उनका जीवन में आने का उद्देश्य मोहब्बत था वह हर व्यक्ति तक मोहब्बत का पैगाम पहुंचाना चाहते थे।


समाजसेवी, नगर पंचायत जहानाबाद के पूर्व चेयरमैन हाफिज अनवारूल हक ने बताया कि मोहम्मद साहब ने पैगाम दिया है कि मोहब्बत से जीना ही जिंदगी है दूसरों के बुरे समय में मददगार बनने वाला अल्लाह का नेक बंदा होता है वह अल्लाह के करीब होता है जो दूसरों की मदद करता है अल्लाह उस पर रहमत बरसाते हैं । नगर पंचायत जहानाबाद के अध्यक्ष आबिद हसन बताते हैं कि जुलूस निकालने से मतलब आजादी से है गुलामी की बेड़ियों से दूर आजादी से रहने की सीख मोहम्मद साहब ने दी है वह कहते हैं हजरत मोहम्मद साहब ने इंसानियत का पैगाम दिया जुल्म करने वाले जालिमों को नेक राह दिखाई वह अल्लाह के नेक बंदे थे उनका संदेश आज जन-जन की जुबान पर रहता है उनके संदेश को जन-जन तक पहुंचाने और भाईचारे को बढ़ाने के लिए मुस्लिम समाज के लोग जुलूस निकालकर मोहम्मद साहब की इबादत करते हैं ।

आज आज बारा वफात का जुलूस कस्बे के कोड़ा गढ़ी से उठकर बंबा ऊपर होते हुए लालूगंज बाजार बाकरगंज से चौक से होते हुए थाने मोड से वापस बाईपास से होते हुए सीधा कोड़ा गढ़ी में ही समापन हुआ इस जुलूस की देखरेख  बिंदकी के पुलिस क्षेत्राधिकारी सुशील कुमार दुबे, थाना अध्यक्ष अनिरुद्ध कुमार द्विवेदी के साथ भारी पुलिस फोर्स किया ।

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