महाकुम्भ मेला क्षेत्र में कल्पवासियों के सुगम आगमन के लिये प्रस्तावित यातायात प्रबन्ध !
महाकुम्भ विशेष
एड0 आर0 के0 पाण्डेय
प्रयागराज : प्रभारी अधिकारी मीडिया सेल महाकुंभ मेला प्रयागराज के द्वारा एक विज्ञप्ति जारी करके सूचित किया गया है कि महाकुम्भ मेला-2025 के दौरान माघ मास जो पौष पूर्णिमां (दिनांक 13.01.2025) से प्रारम्भ हो रहा है, श्रद्धालु कल्पवासियों के सुविधा को ध्यान में रखते हुए कुंभ मेले में आगमन करने वाले भारी संख्या में कल्पवासियों के सुगम आगमन हेतु मार्गो का निर्धारण किया गया है जो मार्ग निर्धारित किए गए हैं वह निम्नानुसार मार्ग हैं-
1. कानपुर-लखनऊ-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले समस्त कल्पवासी अपने वाहन के साथ मलाक हरहर से तेलियरगंज, मजार चौराहा के बाएं सलोरी फ्लाई ओवर से थाना बघाड़ा महाकुम्भ के रास्ते नागवासुकी मंदिर होते हुए ओल्ड जीटी पाण्टुन पुल नंबर 15 से उतरी सेक्टर 18 में सम्बन्धित कल्पवास क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे।
2. वाराणसी-जौनपुर क्षेत्र की तरफ से आने वाले समस्त कल्पवासी अंदावा चौराहा से कटका तिराहा के बाएं ओल्ड जीटी मार्ग से सेक्टर 18 में सम्बन्धित कल्पवास क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे।
3. कौशांबी-शहर क्षेत्र प्रयागराज की तरफ से आने वाले समस्त कल्पवासी बालसन चौराहे से कमला नेहरू हॉस्पिटल के रास्ते हासिमपुर फ्लाई ओवर से बक्शी बाँध होते हुए नागवासुकी मंदिर के रास्ते ओल्ड जीटी पाण्टून पुल नंबर 15 उत्तरी से सम्बन्धित कल्पवास क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे।
4. मिर्जापुर-चित्रकूट-रीवा मार्ग से आने वाले समस्त कल्पवासी अपने वाहन के साथ बांगड़ धर्मशाला चौराहा से फ्लाई ओवर होते हुए शास्त्री ब्रिज घूँसी के रास्ते न्यू जीटी रोड, कटका तिराहा होते हुए ओल्ड जीटी मार्ग से सेक्टर 18 में सम्बन्धित कल्पवास क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि समस्त कल्पवासी अपने वाहनों को सम्बन्धित संस्थानों अथवा निर्धारित 'पार्किंग' के अन्दर खड़ा करें जिससे महाकुम्भ मेला क्षेत्र में आने वाले अन्य श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो उन्होंने आने वाले कल्पवासियों से निवेदन किया है कि मेला क्षेत्र में सुगम आगमन के लिये उक्त निर्धारित मार्ग का ही प्रयोग करें तथा उपरोक्तानुसार निर्दिष्ट स्थानों पर ही अपने वाहनों की 'पार्किंग' करें।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पौष पूर्णिमा का पर्व मकर संक्रान्ति से पहले पड़ रहा है, कल्पवासी पौष पूर्णिमा के पूर्व ही पौष पूर्णिमा व मकर संक्रान्ति स्नान व कल्पवास हेतु आगमन कर सकते हैं। मेला प्रशासन श्रद्धालुओं एवं कल्पवासियों के सुगम व्यवस्था एवं सुबिधा के लिए कृतसंकल्प है। एवं सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
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